0 Meanings
Add Yours
Follow
Share
Q&A

Suhani Raat Dhal Chuki Lyrics

सुहानी रात ढल चुकी, ना जाने तुम कब आओगे
सुहानी रात ढल चुकी, ना जाने तुम कब आओगे
जहाँ की रुत बदल चुकी, ना जाने तुम कब आओगे

नजारें अपनी मस्तियाँ, दिखा दिखा के सो गये
सितारें अपनी रोशनी, लूटा लूटा के सो गये
हर एक शम्मा जल चुकी
ना जाने तुम कब आओगे
सुहानी रात ढल चुकी, ना जाने तुम कब आओगे

तड़प रहे हैं हम यहाँ
तड़प रहे हैं हम यहाँ, तुम्हारे इंतजार में
तुम्हारे इंतजार में
खिज़ा का रंग आ चला है मौसम-ए-बहार में
खिज़ा का रंग आ चला है मौसम-ए-बहार में
मौसम-ए-बहार में
हवा भी रुख बदल चुकी, ना जाने तुम कब आओगे
सुहानी रात ढल चुकी, ना जाने तुम कब आओगे
0 Meanings

Add your song meanings, interpretations, facts, memories & more to the community.

Add your thoughts...
Questions and Answers

Ask specific questions and get answers to unlock more indepth meanings & facts.

Ask a question...